अजीब सपना (Strange Dream )


अजीब सपना

आज रात मैं अच्छा भला सोया था I लेकिन सुबह 3:00 बजे अचानक चौंक कर उठ गया I इसका कारण था एक अजीब सा सपनाI उसके बाद मैं सो नहीं पायाI बस उस अजीब सपने के बारे में सोचता रहाI सपना ही कुछ ऐसा था कि जब आपको पता चलेगा तो आपकी भी नींद उड़ जाएगीI

 यमराज का दरबार लगा हुआ थाI वह सभी बीमारियों की मिटिंग ले रहा थाI चित्रगुप्त ने सबसे पहले एक धन्यवाद प्रस्ताव पेश कियाI जिसमें कोरोना नामक बीमारी का धन्यवाद किया गयाI उसकी प्रशंसा में कसीदे पढ़े गएI उन्होंने बताया कि कोरोना के काम  करने के तरीकों का अन्य बीमारियों को भी पालन करना चाहिएI महज 4 महीने के कार्यकाल में इसने सारी दुनिया में तहलका मचा दिया I सारा सारा विश्व इस से आतंकित हैI

 इस पर बूढ़े टीबी रोग ने अपना पक्ष रखते हुए कहा- महाराज! मैं बूढ़ा जरूर हो गया हूंI लेकिन मेरे काम में कोई कमी नहीं आई हैI उसने अपने आंकड़े  प्रस्तुत करते हुए कहा- महाराज ! अकेले भारत में हर साल 28लाख लोगों को मैं अपना शिकार बना रहा हूंI जिसमें 435000 लोग मृत्यु को प्राप्त हो जाते  हैं यानी भारत में हर घंटे 50 मौत हो रही हैंI लेकिन मेरी  समझ में नहीं आ रहा कि फिर भी मेरे काम को श्रेय क्यों नहीं दिया जा रहाI मैं भी तो छय रोग हूँI लोग मुझसे डर क्यों नहीं रहेI
 यमराज ने टी बी रोग  को शांत करते हुए कहा कि वह हमने पता कर लिया है I तुम्हारी समस्या यह है कि तुम केवल गरीब तबके में अपनी सेंध लगाते हो I कोरोना को देखो, इसने  सबसे पहले अमीरों को शिकार बनाया हैI इसलिए  इससे सब डरे हुए हैंI
 अब खांसी और जुकाम ने शिकायती लहजे में यमराज से कहा –महाराज ! हजारों वर्षों से हम आपकी सेवा में हैंI लेकिन अब बुढ़ापे में  हमारे साथ में गलत व्यवहार हो रहा हैI कल का छोकरा कोरोना हमारे काम का भी श्रेय खुद ले रहा हैI सबसे पहले हम ही पहुंचते हैं कोरोना के शिकार के पास लेकिन हमारी कई दिन की मेहनत के बाद जब व्यक्ति टेस्ट करवाता है तो डॉक्टर बताते हैं कि उसे कोरोना हुआ हैI कम से कम कुछ तो श्रेय हमें भी तो मिलना चाहिएI
 इस पर प्लेग और हैजा  आपस में फुसफुसाएI कहने लगे -क्या जमाना आ गया है? एक जमाना था, जब हमारा नाम लेते ही लोग थरथर कांपने लगते थेI आज खांसी जुकाम भी डींगें हांकने में लगे हैंI अब बुखार से रहा नहीं गया और गुस्से से तमतमाता हुआ कहने लगाI महाराज ! यह सब झूठे हैंI मेरे काम को नजरअंदाज किया जा रहा हैI  मैं ही हूं जो इन सब बिमारियों के साथ जाता हूँ I मुझे देखते ही मानव समझ जाता है कि मैं किसी बीमारी को लेकर आ गया हूँ I मुझसे सब डरते हैंI
बुखार की बात सुनकर यमराज गुस्से में आ गया और कहने लगा, नालायक तू तो बस चुप ही रहा करI तेरा अपना कोई अस्तित्व है क्या?  जब देखो तब इन और रोगों के पीछे पीछे घूमता रहता हैI सालों पहले तूने मलेरिया और डेंगू के रूप में कुछ नाम नया करिश्मा किया था I उसके बाद तो जैसे निठल्ला ही रहता हैI हर बीमारी के साथ जाने से मानव तुझे हलके में लेता हैI कुछ नया करके दिखा फिर बात करना I
अब यमराज ने अन्य रोगों से पूछा कि किसी और को कुछ कहना हैI यमराज के तेवर देखकर बाकी सभी ने चुप रहना रहने में ही गनीमत समझीI अंत में वरिष्ठ रोग कैंसर हिम्मत करके अपने आंकड़े प्रस्तुत करने लगा उसने बताया कि महाराज 2018 में अकेले भारत में मैंने 1157294 लोगों को अपनी चपेट में लियाI  खुद आंकड़े  कहते हैं कि 2025 तक हर 10 में से एक व्यक्ति को कैंसर होगाI हर 15 में से एक कैंसर से मरेगाi  महाराज मेरा खौफ अब भी बरक़रार है I लेकिन इतनी मेहनत के बाद भी समझ नहीं आ रहा कि यह मानव मुझसे उतना क्यों नहीं डर रहा जितना कोरोना से डर रहा हैI
 यमराज ने सभी   (बिमारियों ) को समझाया कि यह इंसान  बड़ा शातिर प्राणी हैंI इसको अगर किसी भी रोग  की थोड़ी सी भी जानकारी मिल जाए, तो यह उस से नहीं डरता बल्कि उपाय खोज लेता हैI कोरोना कि तरफ मुंह करते हुए यमराज  बोला – तुझे भी ज्यादा हवा में उड़ने की जरूरत नहीं हैI तेरी भी औकात का पता चल गया इंसान को I नीचे देखो धरती पर,.............. कोई प्राणी नजर आ रहा है क्या? सभी घरों में दुबक गए हैंI उनको पता चल गया है ऐसा करने पर तू उनका कुछ नहीं बिगाड़ सकताI अगर आपको अपना अस्तित्व बचाए रखना है तो नए-नए रूप में धरती पर जाओ वरना लोगों को मारने का काम मैं किसी और एजेंसी को देने वाला हूं I इस पर बीमारियों में अफरा तफरी मच गई और उस शोर से मेरी आँख खुल गई ...




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